Thursday, April 25, 2024
Homeबड़ी सोचfriendship क्यो जरूरी ? जानिए विस्तार पूर्वक ।

friendship क्यो जरूरी ? जानिए विस्तार पूर्वक ।

Friendship: सभी के जीवन में दोस्तों की भूमिका बेहद खास होती है. बेशक दोस्तों से लोगों का कोई करीबी रिश्ता नहीं होता है. बावजूद इसके ज्यादातर लोग दोस्तों के ही सबसे ज्यादा नजदीक होते हैं. वहीं दोस्तों से ही लोग अपने सारे सीक्रेट्स शेयर कर लेते हैं. हालांकि, दोस्तों का चुनाव काफी सोच-समझ कर ही करना चाहिए. खासतौर पर बेस्ट फ्रेंड (Best friend) बनाने के लिए कुछ बातों का खास ख्याल रखना जरूरी होता है.

दरअसल, जिंदगी को सफल बनाने में परिवार के साथ-साथ दोस्तों का भी अहम योगदान रहता है. जहां अच्छे दोस्त जीवन में आपको सही रास्ता दिखाने का काम करते हैं. वहीं दोस्तों का बुरा बर्ताव आपकी आदतों को भी खासा प्रभावित करता है. ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप न सिर्फ बेस्ट फ्रेंड बना सकते हैं बल्कि अपनी दोस्ती को भी फॉरएवर फ्रेंडशिप में तब्दील कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं बेस्ट फ्रेंड से दोस्ती निभाने के कुछ आसान टिप्स.

friendship-

दौस्ती मे दौस्त, दौस्त का भगवान होता है । अहसास तब होता है,जब दौस्त friendship दौस्ती से जुदा होता है । friendship is a rose in the garden of happiness. उक्त पंक्तिया अक्सर बचपन school या college life मे सुना जाता है । लेकिन इसका वास्तविक मतलब ज़िम्मेदारी संभालने पर समझ मे आता है । और इसकी जरूरत का अहसास वृद्धावस्था मे होता है ।

क्योंकि धीरे -धीरे उम्र कट जाती है । और जीवन भी यादों की पुस्तक बन जाता है । ऐसे समय मे जब कभी किसी परेशानी मे मन विचलित होता है, तब ऐसे समय मे दौस्ती friendship ही मन को हल्का करती है । और ज़िंदगी आसान लगने लगती है । किसी ने सही ही कहा है –

”किनारो पे सागर के, खजाने नहीं आते ।फिर जीवन मे दौस्त पुराने नहीं आते । जी लो इन पलो को हँस के दौस्तों के साथ, फिर लोट के दौस्ती friendship के जमाने नहीं आते ।।”

क्योंकि वक्त बदल रहा है । उम्र के साथ -साथ समय भी करवट लेता है । रिस्ते भी उपयोगिता =वैल्यू को follow करते है । और बच्चे वसीयत पूछते है,रिस्ते हैसियत पूछते है ।वो दौस्त friends ही है, जो खैरियत पूछते है । इसलिए कहते है ..

friendship

friendship क्यो जरूरी ? Overview

Name Of Article friendship क्यो जरूरी है
friendship Click Here
Category Badi Soch
Facebook follow-us-on-facebook-e1684427606882.jpeg
Whatsapp badisoch whatsapp
Telegram unknown.jpg
Official Website Click Also

friendship कैसी हो ?

दौस्त वह होता है जो मुश्किलों मे साथ देता है । गम को बाट लेता है । यद्यपि खून का रिश्ता न सही,फिर भी ज़िंदगी भर साथ देता है वह दौस्त होता है ।’इसलिए किसी ने ठीक ही कहा है –

” प्रेम से रहो friendship मे,जरा सी बात पर रूठा नहीं करते । पत्ते वही सुंदर दिखते है, जो शाखा से टूटा नहीं करते है ।।”

Also Read-भरद्वाज द्वारा भरत का सत्कार

friends अधिक हो या न हो मित्रता लाजवाब होनी चाहिए ।

अतः friendship अथवा दौस्ती मे सुख बढ़ जाता है । और दुख बट जाता है । इसलिए इसे बनाए रखना चाहिए ।”दौस्ती करो, करने के लगे ना दाम । लेकिन करके निभा लेना बड़ा मुश्किल है काम ।।”

success rules सफलता आन्तरिक नियमो से मिलती है ।

यदपि  better alone than in a bad company.फिर भी अच्छे मित्रो या दौस्तों की दौस्ती या friendship का हमारे जीवन मे बड़ा महत्व है । क्योंकि ”मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है,कभी नफरत तो कभी दिलो का मेल है । बिक जाता है हर रिश्ता इस दुनिया में,बस एक दोस्ती ही है,जो not for sale है ।।” विदित रहे, अच्छे दौस्त व्यक्ति को फर्श से अर्श तक का सफर तय करा देते है ।

friendship दौस्ती खुशियों का खजाना होता है 

”friendship is the only cement that will ever hold the world together.”

अतः दौस्तों से रिश्ता रखना चाहिए ।इससे आपकी तबीयत मस्त और आत्मविश्वास मजबूत रहेगा । friends ही वो हकीम होते है, जो अल्फ़ाज़ से ही ईलाज कर दिया करते है ।।

friendship दौस्ती पर बचपन ,जवानी और बुढ़ापा बंदिशे नहीं डाल पाता ।वो दौस्त ही होते है,जो उम्र की चादर को खीच कर उतार देते है ।friendship मे इंसान चाहत से जीता है । खुशीपूर्वक अन्यथा सभी को एक दिन अकेले ही जाना होता है इस नश्वर संसार से

Related Post-

Dream Bigger Dream Anything 

बारात का जनकपुर में आना और स्वागतादि (श्री रामचरितमानस )

success define सफलता की परिभाषा क्या है?

parmender yadav
parmender yadavhttps://badisoch.in
I am simple and honest person
RELATED ARTICLES

23 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular