Friday, April 19, 2024
Homeबड़ी सोचगौ माता के बारे में रोचक और महत्वपूर्ण जानकारिया।

गौ माता के बारे में रोचक और महत्वपूर्ण जानकारिया।

गौ माता –

पवित्र हिन्दू धर्म के अनुसार गौ माता के शरीर में ३३ (कोटि) प्रकार के देवता निवास करते है। जिनमे 12 आदित्य, 8 वसु, 11 रुद्र और 2 अश्‍विन कुमार। ये मिलकर कुल 33 होते हैं।

ऋग्वेद ने गौ माता (गाय) को अघन्या कहा है। यजुर्वेद कहता है कि गौ अनुपमेय है। अथर्ववेद में गाय को संपतियों का घर कहा गया है।
गौ माता
  • गाय औसतन 18 से 22 साल तक जीवित रह सकती है । उसका जीवनकाल मुख्यतः उसकी नस्ल पर निर्भर करता है।
  •  गाय के सींगों के छल्ले गिनकर उसकी उम्र का पता लगाया जा सकता है ।
  • पौराणिक मान्यताओं व श्रुतियों के अनुसार, गौएं साक्षात विष्णु रूप है, गौएं सर्व वेदमयी और वेद गौमय है । भगवान श्रीकृष्ण को सारा ज्ञानकोष गोचरण से ही प्राप्त हुआ ।
  • भगवान राम के पूर्वज महाराजा दिलीप नन्दिनी गाय की पूजा करते थे ।
  • भगवान भोलेनाथ का वाहन नन्दी दक्षिण भारत की आंगोल नस्ल का सांड था । जैन आदि तीर्थकर भगवान ऋषभदेव का चिह्न बैल था ।
  • गाय के शरीर का औसत तापमान 102 डिग्री फ़ारेनहाइट होता है ।
  •  गाय की मोटी त्वचा और बाल प्राकृतिक इन्सुलेटर होते हैं, जो सर्दियों के मौसम में उन्हें कड़ाके की ठंड से बचाते हैं ।
  • गरुढ़ पुराण अनुसार वैतरणी पार करने के लिए गोदान का महत्व बताया गया है ।
  • दुनिया में गाय की सबसे बड़ी नस्ल चियनिना (Chianina) है । यह इतावली नस्ल की गाय है । इसकी ऊँचाई 2 m तक और वजन 1700 kg से भी अधिक हो सकता है । यह गाय की सबसे ऊँची और सबसे भारी नस्ल होने के साथ-साथ गाय की सबसे पुरानी नस्ल भी है।
  • श्राद्ध कर्म में भी गाय के दूध की खीर का प्रयोग किया जाता है । क्योंकि इसी खीर से पितरों की ज्यादा से ज्यादा तृप्ति होती है।ऐसा विश्वास है ।
  • गाय सीढ़ियों से चढ़ सकती है, लेकिन उतर नहीं सकती । ऐसा इसलिए है, क्योंकि उसके घुटने सही तरीके से मुड़ नहीं पाते।

गौ मा ता के बारे में रोचक और महत्वपूर्ण जानकारिया। Details

Article Name गौ मा ता के बारे में रोचक और महत्वपूर्ण जानकारिया।  
Category बड़ी सोच
Facebook follow-us-on-facebook-e1684427606882.jpeg
Whatsapp badisoch whatsapp
Telegram unknown.jpg
Official Website Click here

positive words : सकारात्मक शब्दों की ताकत क्या होती है ? प्रेरणात्मक कहानी से जानिए Save Water article कैसे बचाएँ पानी (पानी बचाने के उपाय)
importance of education शिक्षा क्या हैं? शिक्षा का महत्व thyroid symptoms in Hindi थायराइड की समस्या और इसके लक्षण जानिए विस्तार से

गौ माता

  •  गाय दिन भर में लगभग 14 बार खड़ी होती और बैठती है ।
  • इस देश में लोगों की बोलियां खाने पीने के तरीके अलग हैं पर पृथ्वी की तरह ही सीधी साधी गाय भी बिना विरोध के मनुष्य को सब देती है ।
  • इंसानों की तरह गाय भी मित्रता करती हैं और उसे निभाती है । अधिकांशतः वे अपने 2-3 करीबी मित्रों के साथ समय गुजारना अधिक पसंद करती हैं । यदि उन्हें उनके मित्र से अलग कर दिया जाए, तो वे तनाव में भी आ जाती हैं ।
  •  गाय अपने जीवनकाल में लगभग 200,000 गिलास दूध का उत्पादन करती है ।
  • इस देश में लोगों की बोलियां खाने पीने के तरीके अलग हैं पर पृथ्वी की तरह ही सीधी साधी गाय भी बिना विरोध के मनुष्य को सब देती है ।
  • एक व्यक्ति एक घंटे में 6 गायों का दूध निकाल सकता है । लेकिन आधुनिक मशीनों द्वारा एक घंटे में लगभग 100 गायों का दूध निकाला जा सकता है.
  • शास्त्रों और विद्वानों के अनुसार कुछ पशु-पक्षी ऐसे हैं, जो आत्मा की विकास यात्रा के अंतिम पड़ाव पर होते हैं । उनमें से गाय भी एक है। इसके बाद उस आत्मा को मनुष्य योनि में आना ही होता है ।
  • कत्लखाने जा रही गाय को छुड़ाकर उसके पालन-पोषण की व्यवस्था करने पर मनुष्य को गौयज्ञ का फल मिलता है ।
  • एक गाय का दिल एक मिनट में 60 से 70 बार धड़कता है।
  • गायें अकेले रहना पसंद नहीं करती हैं । आमतौर पर वे अकेली तब होती हैं, जब वे बीमार हो या बच्चे को जन्म देने वाली हों।
  • गायों में सूंघने की क्षमता तीव्र होती है और वह छह मील दूर की गंध का पता लगा सकती है ।
  • दुनिया में अधिक दूध का उत्पादन गायों द्वारा किया जाता है । साथ ही गाय का दूध ,घी ,दही ,मूत्र अर्थात पंचगव्य शुभ एव पवित्र माना जाता है ।
  •  जहाँ गौ माता का निवास होता है वहाँ वस्तु दोष समाप्त हो जाते है ।
  • गाय के शरीर पर हाथ फेरने से (blood pressure) रक्तचाप सम्बंधित व्याधि ठीक हो जाती है ।
  • गाय माता गुणों का भंडार है । गौ माता के गुणों पर जितना प्रकाश डाला जाये कम है ।गौ माता के दर्शन मात्र से कार्य सफल हो जाते है ।और गौ सेवा से जीवन सफल हो जाता है ।गौ अष्टमी को गौ पूजा का विशेष महत्त्व है ।जय गौ माता ।

यह भी पढ़े – गौ माता सदा ही पूजनीय ।जानिए विस्तार पूर्वक ।

हर जानकारी अपनी भाषा हिंदी में सरल शब्दों में प्राप्त करने के लिए  हमारे फेसबुक पेज को लाइक करे जहाँ आपको सही बात पूरी जानकारी के साथ प्रदान की जाती है । हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहाँ क्लिक करें ।

parmender yadav
parmender yadavhttps://badisoch.in
I am simple and honest person
RELATED ARTICLES

56 COMMENTS

  1. […] findings- In this way, the magnificence of the cow mother is to be celebrated. We ought not to consider Gausseva as our work however our religion. Simultaneously, we ought to give a specific bit of our salary (as indicated by quality and regard) to Gausseva. Furthermore, individuals ought to likewise be roused. Gifts made in Gausseva are consistently helpful and increment our salary subjectively. Jai Gau Mata | […]

  2. […] छात्रावास, प्याऊ, पोखर, मंदिर, कुएं और गोशालाओं का निर्माण कराया। इनमें विद्यालय […]

  3. […] findings- In this way, the magnificence of the cow mother is to be celebrated. We ought not to consider Gausseva as our work however our religion. Simultaneously, we ought to give a specific bit of our salary (as indicated by quality and regard) to Gausseva. Furthermore, individuals ought to likewise be roused. Gifts made in Gausseva are consistently helpful and increment our salary subjectively. Jai Gau Mata […]

  4. Enjoyed reading your post keep sharing such amazing post will come back to read more. written about Lord Shri Hanuman Chalisa, please have a look.

  5. Lord Hanuman ji is one of the most powerful deities in the world. It is the time to praise jai Hanuman, the great god of Hinduism. He has many names and forms and is worshiped by millions of people all over the world.

  6. Attractive section of content. I just stumbled upon your blog and in accession capital to assert that I get actually enjoyed account your blog posts. Anyway I will be subscribing to your augment and even I achievement you access consistently fast.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular