Friday, April 26, 2024
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Human Brain In Hindi : मानव मस्तिष्क के बारे में रोचक जानकारी

Human Brain In Hindi – अधिकांश लोगों को पता है कि हमारे शरीर का सबसे जरूरी हिस्सा हमारा मस्तिष्क है। यह सोचना, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना, हमारी महसूस करने की क्षमता, यहाँ तक की हमारी अच्छी तरह से साँस लेने की क्षमता के लिए भी जिम्मेदार है। मस्तिष्क हमें स्वयं और हमारे व्यक्तित्व के बारे में हमारी समझ को विकसित करने में मदद करता है।

Human Brain In Hindi

इस पोस्ट में हम मानव मष्तिष्क/दिमाग के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Human Brain In Hindi) शेयर कर रहे हैं. मस्तिष्क मानव तंत्रिका तंत्र का केंद्र है, जो हमारे विचारों, स्मरण शक्ति और निर्णयों को नियंत्रित करता है. यह हमारे शरीर का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग है, जो हमारे शरीर की समस्त कार्यप्रणालियों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

मस्तिष्क खोपड़ी (कपाल) की हड्डीदार संरचना द्वारा संरक्षित रहता है, जिसे ‘क्रेनियम’ (कपालिका) कहते हैं. तीन झिल्लियाँ मस्तिष्क को घेर कर रखती हैं, इन्हें ‘मेनिंग्स’ (meninges) कहा जाता है. ये मस्तिष्क की सुरक्षा करती है. ‘मेनिंग्स’ के मध्य के रिक्त स्थान में प्रमस्तिष्क मेरू द्रव (cerebrospinal fluid) भरा रहता है, जो यांत्रिक झटकों से मस्तिष्क का बचाव करता है. मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग सेरिब्रम (cerebrum) है. अन्य महत्वपूर्ण भागों में कॉर्पस कॉलोसम, सेरेब्रल कॉर्टेक्स, थैलेमस, सेरिबैलम, हाइपोथैलेमस, हिप्पोकैम्पस और ब्रेन स्टेम शामिल हैं.

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The Human Brain भविष्य की भविष्यवाणी कर सकते हैं

हमारे दिमाग में एक “मिडब्रेन डोपामाइन सिस्टम” (एमडीएस) होता है, जो घटने वाली घटनाओं के बारे में मस्तिष्क को संकेत भेजता है। हो सकता की हम इसे ही अंतर्ज्ञान अथवा भविष्य के पूर्वानुमान कहते है। जिस व्यक्ति के दिमाग में यह सिस्टम जितना ज्यादा विकसित होता है वह उतनी ही सटीक भविष्यवाणी कर सकता है।

किशोरों का brain पूरी तरह से सक्रीय नहीं होता – लोकप्रिय धारणा है की पांच साल की उम्र तक मस्तिष्क पूरी तरह से विकसित हो जाता है जबकि इसके विपरीत बच्चो के अपनी किशोरावस्था में प्रवेश के दौरान भी उनके दिमाग पूरी तरह विकसित नहीं होते है । मस्तिष्क के ग्रे मैटर यौवन और विकास के अलावा निर्णय लेने की क्षमता के लिए भी जिम्मेदार होते है। हालांकि, अधिकतर काम के लिए जिम्मेदार मस्तिष्क के कुछ हिस्से 17 साल की उम्र तक परिपक्व नहीं होते है, लेकिन केवल दूसरों के साथ अनुभव से सीखते हैं और बड़ते है।

The Human Brain निद्रा के दौरान अधिक सक्रिय होता है 

कहा जाता है एक अच्छी नींद एक इंसान के लिए जरूरी है । लेकिन कोई भी इसके पीछे का मुख्य कारण नहीं जानता है। the Human brain दिन के दौरान,  दिमाग ऐसी बहुत सी गतिविधियाँ करता है जिन्हें याद किए जाने की जरूरत होती है, लेकिन एक अच्छी नींद हमारी यादों को स्थिर करने में मदद करती है ।

पुरुष महिलाओं की तुलना में मस्तिष्क के 10% से अधिक का भाग का उपयोग करते है – आप लोग इसे गलत अर्थो में न ले यह सिर्फ एक वैज्ञानिक तथ्य है । महिलाओं का दिमाग पुरुष दिमाग की तुलना में छोटा माना जाता है, लेकिन तंत्रिका कोशिकाओं और मस्तिष्क के कोर्टेक्स महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक होशियार और अधिक कुशलता से काम करने के लिए क्षमता देते है।

महिलाओं में सोचने, भावनात्मक, पहचानने की क्षमता पुरुषो से अधिक होती है, लेकिन तर्कसंगत सोचने की क्षमता एक पुरुष मस्तिष्क का प्रमुख कार्य है। पुरुष, महिलाओं की तुलना में अधिक गतिविधियों का प्रदर्शन कर सकते हैं। पुरुष ज्यादातर मस्तिष्क की बाईं ओर का उपयोग करते है

the Human brain, शरीर की अधिकतम ऊर्जा का उपयोग करता है – मानव मस्तिष्क, शरीर द्वारा उत्पादित ऊर्जा का करीब 20% उपयोग करता है। मष्तिष्क इस ऊर्जा का प्रयोग याद भावना, केंद्रीय तंत्रिका-तंत्र का प्रबंधन, महसूस करने के लिए प्रयोग करता है।

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मस्तिष्क का आकार

अलग अलग लोगों के मस्तिष्क का आकार अलग-अलग होता है – बड़ा सिर के लोगों का बड़ा दिमाग और बुद्धि छोटे सिर के लोगो की अपेक्षा उन्हें और अधिक बुद्धिमान और चालाक बनाती है। आइंस्टीन का मस्तिष्क न्यूरॉन्स की उच्च अनुपात के कारण अन्य वैज्ञानिकों से अलग था।

मस्तिष्क को कोई भी दर्द महसूस नही होता – हमे कुछ भी चोट लगने अथवा शरीर में कुछ परशानी होने पर दर्द के रूप में मष्तिष्क हमे चेतावनी देता है, लेकिन the Human brain को कोई दर्द महसूस कराने का सिस्टम अभी तक नहीं है। परन्तु मष्तिष्क के चारो और कोइशिकाओ के माध्यम से हमे मस्तिष्क के दर्द का अनुभव होता है।

मस्तिष्क में 100 अरब न्यूरॉन्स होते हैं

the Human brain में 100 अरब न्यूरॉन्स होते हैं – न्यूरॉन्स बिजली और रासायनिक संकेतों के माध्यम से अन्य तंत्रिका कोशिकाओं या मांसपेशियों को सूचना भेजते है। यदि सभी न्यूरॉन्स एक साथ बिजली उत्पन्न करे तो वह इतनी बिजली राशि उत्पन्न करते है ही एक बल्ब जलाया जा सकता है । यह 150 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से मस्तिष्क को जानकारी भेज सकते हैं।

हर बार जब हम कुछ सीखते है, तब the Human brain मे नई मस्तिष्क झुर्रियां विकसित होती है – मस्तिष्क में गहरी दरारें, और छोटे खांचे होते है जिनकी सतह पर न्यूरॉन्स होते हैं और जब भी हम कुछ सीखते है हमारे मष्तिष्क में एक नयी सलवट पड़ जाती है इस वजह से हम ज्यादा सीख पाते है और याद रख पाते है।

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Weight of Human Brain दिमाग का वजन कितना होता है?

आइए जानते है, the Human brain अर्थात मानव मस्तिष्क और weight of human brain के बारे में रोचक जानकारी विस्तार पूर्वक-

  • एक वयस्क के दिमाग का वजन करीब 3 पौंड होता है यानी 1300-1400 ग्राम।
  • दिमाग 75% से ज्यादा पानी का बना होता है।
  • शरीर का सबसे ज्यादा चर्बी वाला अंग दिमाग ही होता है।
  • दिमाग का 40% हिस्सा ग्रे रंग का होता है जबकि बाकी 60% हिस्सा सफेद रंग का होता है।
  • पूरे शरीर का केवल 2 % हिस्सा होते हुए भी हमारा दिमाग पूरे शरीर का 20% ब्लड और ऑक्सीजन अकेले ही इस्तेमाल कर लेता है।
  • दिमाग के लिए ऑक्सीजन इतनी जरुरी हो जाती है कि अगर 5 से 10 मिनट तक इसे ऑक्सीजन ना मिले तो दिमाग डैमेज हो सकता है।
  • एक दिन में हमारे दिमाग में 70 हजार विचार आते हैं जिनमें से 70% विचार नेगेटिव होते हैं।
  • दिमाग में दर्द की कोई नस नहीं होती है इसलिए दिमाग को किसी भी तरह के दर्द का पता नहीं चलता है।
  • हमारा दिमाग 5 साल की उम्र तक 95% बढ़ता है और 18 साल की उम्र तक आते-आते 100% विकसित हो जाता है। इसके बाद दिमाग का बढ़ना रुक जाता है।
  • जागते समय दिमाग 10 वाट की ऊर्जा के बराबर शक्ति प्रदान करता है। ये ऊर्जा बिजली के बल्ब को जला सकती है।
  • दिमाग के सन्देश भेजने की स्पीड 170 मील यानी करीब 272 किमी प्रति घंटा होती है।
  • दिमाग का दाहिना हिस्सा शरीर के बाएं भाग को कण्ट्रोल करता है और दिमाग का बायां हिस्सा शरीर के दाहिने भाग को नियंत्रित करता है।
  • पढ़ाई करने के लिए अगर रात का समय चुना जाए तो ये ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि रात के समय दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है।

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